1. www.shabdanagari.in
• इंटरनेट पर हिन्दी
• शब्दनगरी का पररचय
• शब्दनगरी की विशेषताएँ
• शब्दनगरी िी क्यों?
• प्रश्नोत्तर
1
उदघाटन समारोि, 24 जनिरी 2015
2. इंटरनेट और भारत से संबन्न्ित कु छ
रोचक तथ्य
• भारत की कु ल जनसंख्या 2014 मे 120 करोड़ से ऊपर जा चुकी िै और यिाँ पर
60-65 करोड़ लोग हिन्दी बोलते िैं
• इंटरनेट प्रयोग करने िालों की संख्या के आिार पर भारत अमेररका और चाइना
के बाद विश्ि का तीसरा सबसे बड़ा देश िै। यि संख्या 2014 मे 15 करोड़ के
ऊपर थी
• भारत मे मात्र 1-2 प्रततशत लोग अच्छी अंग्रेजी ललख सकते सकते िैं। बाकी लोग
इंटरनेट पर टूटी फू टी अंग्रेजी ललख कर काम चलाते िैं
• भारत आईटी सवििसेस मे विश्ि के अग्रणी देशों मे एक िै। परंतु स्ियं की कोई
व्यिस्था न िोने के कारण अधिकतर लोग बािर के प्रोजेक््स पर तनभिर िैं
• इंटरनेट पर स्पैलमंग के क्षेत्र मे भारत, पाककस्तान और बांग्लादेश विश्ि के सबसे
अग्रणी देश िैं। गूगल और फे सबुक जैसी कं पतनयों ने िमसे त्रस्त िोकर भारत के
ललए अलग से किल्टर लगा रखें िैं
इंटरनेट पर हिन्दी (1/5)
2
3. इंटरनेट पर हिन्दी की न्स्थतत बेिद
धचंताजनक िै
इंटरनेट पर हिन्दी (2/5)
3
0.00%
2.00%
4.00%
6.00%
8.00%
10 लाख प्रमुख वेबसाइट्स मे प्रयुक्त भाषाओं का प्रततशत
जमिन जपानीज़
स्पेतनश फ्रें च
चाइतनज इटाललयन
टककि श डच
अरेबबक इंडोनलसयन
कोरीअन
कु छ समाचार पत्रों को छोड़ दें तो हिन्दी मे मात्र इक्की दुक्की िी िैबसाइ्स िैं
विश्ि की ककसी भी प्रमुख भाषा मे हिन्दी से अधिक िैबसाइ्स उपलब्ि िैं
4. हिन्दी से संबन्न्ित कु छ आकड़े तो
िास्यास्पद िैं
इंटरनेट पर हिन्दी (3/5)
4
0
0.5
1
1.5
2
2.5
अंग्रेजी
रलशयन
पोलसश
फ्रें च
जमिन
अरबी
जापानी
स्पेतनश
ववभभन्न भाषाओं मे औसत प्रतत व्यक्क्त वेब पेजेज़
अंग्रेजी और रूसी मे औसत रूप से प्रतत व्यन्क्त के 2
इंटरनेट पेजेज़ िैं जबकक हिन्दी के ललए ये आकड़ें चौंकाने
िाले िैं
हिन्दी मे
0.000021
पेज प्रतत व्यक्क्त
5. इस न्स्थतत के ललए कई कारण
उत्तरदायी िैं
• पिला कारण तो िमारी स्ियं की मानसककता िै
• हिन्दी ललखने और बोलने के ललए एक सम्पन्न और िैज्ञातनक भाषा िै
परंतु इसे कम््युटर लेखन के अनुरूप निीं बनाया गया िै
• एक सिज और सरल कीबोडि का अभाि िै न्जसके कारण िम आसानी से
हिन्दी मे टाइप निीं सकते
• यहद कु छ समाचार िैबसाइ्स को छोड़ हदया जाए तो हिन्दी मे अच्छी
लोकवप्रय िैबसाइ्स भी उपलब्ि निीं िैं।
• भारत मे इंटरनेट का प्रयोग आज भी बड़े शिरों तक िी सीलमत िै। अंग्रेजी
न जानने िाले लोग कम््युटर और इंटरनेट से कतराते िैं
इंटरनेट पर हिन्दी (4/5)
5
6. हिन्दी की प्रगतत की राि कहिन और
लक्ष्य दुगिम िै
इंटरनेट पर हिन्दी (5/5)
6
हिन्दी मे
अच्छे इनपुट
माध्यमों का
विकास
पढ़ने के ललये
सम्पन्न और
समकालीन
साहित्य
हिन्दी समझने
के ललए
अलगोररदम्स
का विकास
हिन्दी मे सचि
और ब्राउज
करने के ललए
अच्छे टूल्स
इंटरनेट पर
भाषा की
लोकवप्रयता का
विकास
ये ककसी एक कं पनी या ककसी एक संस्थान के बस
की बात निीं िै। आप सबका सियोग लमलेगा ये
काम तभी संभि िो पाएगा।
7. शब्दनगरी इन समस्याओं का एक
समािान प्रस्तुत करती िै
शब्दनगरी का पररचय (1/4)
7
• हिन्दी मे टाइप करने के ललए शब्दनगरी मे कई सुवििाएं उपलब्ि
िैं। िमारा प्रयास रिेगा कक इनको समय के साथ उत्तमतर ककया
जाए
• िमें विश्िास िै कक लोग शब्दनगरी का प्रयोग करेंगे और हिन्दी मे
तनत नए साहित्य का सृजन िोगा
• शब्दनगरी पर हिन्दी मे सचि और विलभन्न टूल्स उपलब्ि िैं। जैसे
जैसे आप उन्िे प्रयोग करेंगे, िे और भी पररपक्ि िोते जाएंगे
• आप लोगों का सकिय सियोग लमला तो इंटरनेट पर हिन्दी को
जल्दी िी लोकवप्रयता और हिंदीभावषयों को एक नई पिचान लमलेगी
8. शब्दनगरी का विकास आईआईटी
कानपुर मे िुआ िै
शब्दनगरी का पररचय (2/4)
8
• सीडबी(SIDBI) और आईआईटी कानपुर के संयोजन से एसआईआईसी(SIIC)
नामक संस्था आईआईटी कानपुर मे कियाशील िै
• इस संस्था का ध्येय देश और शिर मे व्यिसायों को प्रोन्नत करना िै
• एसआईआईसी की मदद से आईआईटी कानपुर मे 20 से अधिक कं पतनयां
संचाललत िैं
• उन्िी कं पतनयों मे से एक टीएएस (ट्राइडेंट एनाललहटकल सोल्युशंस) 2012
से आईआईटी कानपुर मे संचाललत िो रिी िै
• टीएएस को इंटरनेट तकनीकों का अच्छा अनुभि प्रा्त िै और शब्दनगरी
का विकास वपछले एक िषि मे निीनतम तकनीकों का उपयोग करके ककया
गया िै
9. शब्दनगरी की टीम प्रततभा और उत्साि
का एक सशक्त संयोजन िै
शब्दनगरी का पररचय (3/4)
9
अलमतेश लमश्र
• आईआईटी मुंबई से 2007 मे बी-
टेक और एम-टेक
• 2010 मे टीएएस की स्थापना
अंककता गु्ता
• चीि प्रोग्रामर
• 2010 से टीएएस के साथ
रजत लसंि
• एनआईआईटी से पढ़ाई
• 2013 से टीएएस के साथ
तनखखल ततिारी
• िीआईईटी गान्जयाबाद से
इंजीन्यररंग की पढ़ाई
• 2011 से टीएएस के साथ
अलमत द्वििेदी
• चीि डडज़ाइनर
• 2013 से टीएएस के साथ
वप्रयंका शमाि
• एनआईआईटी से पढ़ाई
• 2013 से टीएएस के साथ
तनततन बत्रपािी
• िीआईटी िेल्लोर से इंजीन्यररंग की पढ़ाई
• 2012 से टीएएस के साथ
संजना पांडे
• कस्टमर के यर
• 2014 से टीएएस के साथ
10. शब्दनगरी क्या िै और कै से काम
करती िै?
शब्दनगरी का पररचय (4/4)
10
• शब्दनगरी (www.shabdanagari.in) एक िैबसाइट िै जो आपको इंटरनेट पर
अपनी पिचान हिन्दी मे बनाने का माध्यम प्रदान करती िै
• यि इस प्रकार की पिली और एकमात्र िैबसाइट िै
• शब्दनगरी पर आप अपने विचार हिन्दी मे प्रकालशत कर सकते िैं और
अपनी बातें अधिक से अधिक लोगों तक पिुंचा सकते िैं
• आप अपनी अलभरुधच के अनुसार लोगों से जुड़ सकते िैं और समाज मे
अपनी पिुँच बढ़ा सकते िैं
• शब्दनगरी का इंटरिे स पूरी तरि से हिन्दी मे िै और प्रयोग करने मे
अत्यंत आसान िै
11. शब्दनगरी पर आप अपनी स्ियं की
िैबसाइट हिन्दी मे बना सकते िैं
शब्दनगरी की विशेषताएँ (1/5)
11
आप चंद लमनटों
मे अपने
िैबसाइट, ब्लॉग
और पेज बना
सकते िैं
शब्दनगरी पर
हिन्दी ललखने के
ललए 4 अलग
अलग विकल्प
उपलब्ि िैं
आपकी िैबसाइट
आकषिक और
निीनतम
संसािनों से
सुसन्जजत िोती िै
12. शब्दनगरी पर हिन्दी ललखना सरल
और सिज िै
शब्दनगरी की विशेषताएँ (2/5)
12
शब्दनगरी के िर पेज मे कोने पर 4 कीबोडि
विकल्प उपलब्ि िोते िैं। इनकी मदद से आप
अंग्रेजी अथिा हिन्दी, दोनों प्रकार के कीबोडि से
हिन्दी ललख सकते िैं। आपकी आसानी के ललए
एक ऑन स्िीन कीबोडि भी उपलब्ि िै
13. शब्दनगरी पर आप अपनी अलभरुधच के
अनुसार लोगों से जुड़ सकते िैं
शब्दनगरी की विशेषताएँ (3/5)
13
लोगों को
खोन्जए
• शब्दनगरी सचि बार से
आप लोगों अथिा
रचनाओं को हिन्दी मे
खोज सकते िैं
लोगों से
जुडड़ये
• आप समान अलभरुधच
के लोगों से जुड़ सकते
िैं
सामान्जक
पिुँच बढ़ाइए
• आप अपने साथ लोगों
को जोड़ सकते िैं और
अपनी सामान्जक प्रततष्िा
बढ़ा सकते िैं
14. आप अपनी पसंद की हिन्दी रचनाओं
का आनंद ले सकते िैं
शब्दनगरी की विशेषताएँ (4/5)
14
शब्दनगरी मे हिन्दी रचनाओं
को खोजना सुवििाजनक िै
अतः आप आसानी से अपने
पसंद के लेखकों से जुड़
सकते िैं
15. शब्दनगरी के ललए िमने एक उजजिल
भविष्य की योजना बनाई िै
शब्दनगरी की विशेषताएँ (5/5)
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• मोबाइल एन््लके शन्स और िॉस ्लैटिामि कोंपैहटबबललटी
• कीबोडि इनपुट फीचसि
• िॉइस इनपुट फीचसि
• हिन्दी समझने के ललए अल्गोररदम्स का विकास
• हिन्दी मे सचि और ब्राउलसंग टूल्स
• सोशल मीडडया फीचसि
16. आपके ललए हिन्दी मे ललखना क्यों
आिश्यक िै?
शब्दनगरी िी क्यों? (1/1)
16
• ये अतत आिश्यक िै कक इंटरनेट पर भारत की मजबूत उपन्स्थतत िो। यि
काम के िल राष्ट्रभाषा मे िी संभि िै
• शब्दनगरी अपने प्रकार कक पिली सेिा िै न्जसके इंटरिे स मे मुख्य रूप से
हिन्दी भाषा का प्रयोग िुआ िै शब्दनगरी हिन्दी जगत की एक तनतांत
आिश्यकता बन चुकी िै। लोगों का किना िै कक यि काफी पिले िो जाना
चाहिए था
• शब्दनगरी के माध्यम से अब आप अपनी बात उन लोगों तक पिुंचा सकें गे
जिां पिले संभि निीं था
• शब्दनगरी पूरी तरि से तनःशुल्क िै और िमेशा तनःशुल्क रिेगी। िमारा
ध्येय हिन्दी मे एक सशक्त मंच का तनमािण िै जिां पर लोग तनाि मुक्त
िोकर अपने विचार प्रकट कर सकें
17. िन्यिाद !
17
अपने ककसी भी प्रश्न को आप बेखझझक पूछें!
भविष्य मे शब्दनगरी से जुड़े ककसी भी प्रश्न को आप िमें
info@shabdnagari.in पर भेज सकते िैं
www.shabdnagari.in
प्रश्नोत्तर